Page 12 - Hindi Express News - 08 October2021
P. 12

12           Desh/Videsh          hindi Express                  Oct-08-2021          www.hindiexpressnews.com   toronto’s largest hindi newspaper
                                                                                                 िह दी ए स ेस
                                                                           Sep-21-2018
                                               Office: 905-494-1235


                                              लखीमपुर सिंसा ्के बाद मृत्कों ्के घरों में मातम                  75 ििार ्को समला घर }नयू अब्बन क्रॅनकलेि क्र आग्रज
                                                                                                               यूपी की शपछली सिक्रि गिीबों
          आठ पररवार-दद्द ए्क                                                                                   के घि नहीं बनि्र िही थी: मोदी



                                                                                                                                     3 किोड़ घि बने, यह
                                                                                                                      नई शदलली
                                                                                                                                     सुनकि शिपक्ष टूट पड़ेग्र
                                                                                                               आज्रिी के 75 स्रल पूरे ्ोने पर
                                                                                                               पध्रनित्री नरेंद्र िोिी ने लखनऊ  िोिी ने क््र, िैं ऐसी ब्रत
                                                                                                                    ं
         परिवािों के घिों में सन्ाटे                                                                           िें तीन मिवसीय नयू अब्षन इंमडय्र  बत्रन्र च्र्त्र ्ूं मजसे सनकर
                                                                                                                                                   हु
         को तोड़ती हैं ससससकयां                                                                                 कॉनकलेव  क्र  आग्रज  मकय्र।  मवरोधी टट पिेंगे। िेरे जो स्रथी,                 2000 साल पुराने ससल्क
                                                                                                                                          टू
                                                                                                                                                ं
                                                                                                                          इस   िौर्रन  झगगी-झोपिी िें मजिगी जीते
                                                                                                                                      हु
                 लखीमपुि                                                                                                  4,737 करोि  थे, ऐसे तीन करोि पररव्ररों को                              रूट पर लौटी रौन्क
                                                                                                                          रुपए  की  75  लखपमत बनने क्र अवसर मिल्र
             हु
                                                                                                                                           ं
                   े
         लखीिपर म्ंस्र क ब्रि बय्रनब्रमजयों                                                                               योजन्रओं  क्र  ्ै। पध्रनित्री आव्रस योजन्र िें
         क्र िौर ्ै। खहुि को स्ी और िूसरे                                                                                 उद््रटन   व  करीब 3 करोि घर बने ्ैं।
         को  गलत  ठ्र्रय्र ज्र र््र  ्ै।  सब                                                                              मशल्रनय्रस
         जग्  शोर।  लेमकन  कुछ  घरों  िें                                                                      मकय्र।  उन्ोंने  75  मजलों  व् पध्रनित्री आव्रस योजन्र के
                                                                                                                                           ं
                        टू
         सन््रट्र पसर्र ्ै। सन््रट्र टटत्र ्ै रोने                                                             के  75,000  ल्रभ्रमथ्षयों  को  त्त गरीबों के मलए घर बनव्रन्र
                                                                                                                    ं
         की आव्रज और मससमकयों से। आठ                                                                           पध्रनित्री आव्रस योजन्र-श्री  न्ीं  च्र्ती  थी।  पध्रनित्री  ने
                                                                                                                                                    ं
         पररव्ररों ने अपनों को खोय्र ्ै। पल                                                                    के त्त मनमि्षत घरों की च्रमबय्रं  क््र,  य््रं  जो  75,000  घर
         भर की म्ंस्र। मजंिगी भर क्र िि्ष।                                                                     सौंपीं। पीएि ने उत्तर पिेश की  मिए  ज्र र्े  ्ैं,  उनिें  80%
         िहुख-िि्ष पक्ष-मवपक्ष के ि्रयरों से प्रर                                                              पूव्षवतजी अमखलेश य्रिव सरक्रर  से  जय्रि्र क्र  ि्रमलक्रन्र  ्क
         ्ोत्र ्ै। मकसी बेटे के स्रिने मपत्र ने                                                                पर मनश्रन्र स्रधते ्हुए क््र मक  िम्ल्रओं क्र ्ै।
                  हु
         िि तोि्र। कोई यव्र भमवष्य के सपनों
                                                                                                                  ां
                                                                                                                                     ां
         को  अधूर्र  छोि  कर  पररजनों  को                                                                     ब्रघबिी गद्ी के नए    बग्रल में 7 अकटूबि को
                े
         मबलखत्र छ्रि गय्र। तो मकसी पररव्रर                                                                   मुशखय्र बने बलिीि     ि्रजयप्रल शदल्रएगे िपथ
                                                                                                                                                 ां
         क्र इकलौत्र कि्रने व्रल्र चल्र गय्र।
         ि्रसूि बच्ों के मसर से मपत्र क्र स्रय्र   आगरा में प्रदरन,                                                   ्िय्रगि्रज           कोलक्रत्र
                                               ्द
         उठ गय्र। म्ंस्र िें ि्ररे गए लोगों के    लखीिपर खीरी म्ंस्र के मवरोध िें िेश के स्रथ र्रजयों िें िंगलव्रर को भी पिश्षनों क्र िौर ज्ररी
                                                       हु
         पररव्ररों के प्रस अब य्रिें ्ी ब्रकी ्ैं।  पुसलस लाठीचाि्द  र््र। आगर्र िें ्हुए पिश्षन के िौर्रन ल्रठीच्रज्ष कर पिश्षनक्रररयों को खििते पहुमलसकिजी।  उत्तर  पिेश  िें  पय्रगर्रज  की  पकशचि बंग्रल िें िहुखयित्री िित्र
                                                                                                                                                  ं
                                                                                            े
                                                                                                                                                     हु
                                                                                                              ब्रघंबरी  गद्ी  िठ  के  नए  ि्ंत  बनजजी  सिेत  ््रल  के  उपचन्रव
         पररवार ्के लोगों ्को अपनों से सबछुड़ने ्का गम अब सिंदगी भर सताता रिेगा                               बलवीर परी बन गए ्ैं। िेशभर  िें  जीतने  व्रले  तीनों  मवध्रयकों
                                                                                                                    हु
                                                                                                              से आए पंच परिेशवर और कई  के शपथ ग्र्ण पर र्रजभवन और
                                                                                                              अख्रिों के ि््रिंडलेशवरों ने उन्ें  सरक्रर  के  बीच  ज्ररी  गमतरोध
         दलजीत; बहुत तड़प िहे थे   गुिशिदि: रिशतेद्रिी में गए थे  लिप्ीत: बुढ़्रपे क्र सह्रि्र थे  नछत्ति: बेट्र एसएसबी में है   च्रिर  ओढ़्रई  और  मतलक  कर  िंगलव्रर श्रि को टट गय्र।
                                      ां
                                                                                                                                                टू
                                   हु
         ब्र्रइच के बंज्ररन टोल्र ग्रंव के   गरमविर मस् की मतकुमनय्र िें िौत ्ो   मकस्रन सतन्रि मस् क्र इकलौत्र   ल्बिी ग्रंव के नछत्तर मस ् ने तीन   आशीव्र्षि  मिय्र।  ि्ंत  बलवीर    र्रजयप्रल  जगिीप  धनखि
                                                                      ं
                                        ं
                                                                                                    ं
                                     ं
         र्ने व्रले िलजीत मस् के पररव्रर   गई। तीन एकि िो भ्रई खेती करते   बेट्र लवपीत इंजीमनयर बनन्र च्र्त्र   अपैल को छोटे बेटे ििीप की सग्रई   को ब्रघंबरी गद्ी के स्रथ ्ी लेटे  7  अकटटूबर  मवध्रनसभ्र  िें   रेत ्के समंदर पर 400
                      ं
                                                                                                 ं
                                                                                                                    ं
                                       ं
                                     हु
         िें अब उनकी पत्ी तीन बच् और   थे। गरमविर के चचेरे भ्रई पूरन मस्   थ्र। अब ि्रं-ब्रप के बढ़्रपे क्र स््रर्र   की थी। ििीप एसएसबी िें चयमनत   ्नहुि्रन  िमिर  की  मजमिेि्ररी  भी  नवमनव्र्षमचत  मवध्रयकों  को  शपथ
                          े
                                                                                          ं
                                                                        हु
                                                      ं
         ि्रत्र मपत्र ्ैं। घटन्र के सिय उनक्र   ने क््र मक क्रश, व् ररशतेि्ररी िें न   मछन गय्र ्ै। लवपीत की िो ब्नें ्ंै।   ्हुआ थ्र। सग्रई के ब्रि ििीप ट्ेमन ंग   मिल  गई  ्ै।  च्रिर  मवमध  संपन्  मिल्रने पर स्िमत िे िी ्ै। शपथ
                                                                                                   ं
         बेट्र र्रजिीप भी थ्र। उसने बत्रय्र मक   गय्र ्ोत्र तो मजि्र ्ोत्र। िोप्र को   मतकुमनय्र िें आंिोलन को लेकर ग्रंव   के मलए अलिोि्र चल्र गय्र। 15 मिन   ्ोने  के  ब्रि  ि्ंत  सबसे  प्ले  लेने व्रलों िें भब्रनीपर से जीत कर   ऊंटों ्का ्कासिला
                                           ं
                                                                                                                                                हु
                                                                                                                   हु
         पीछे से आ र्ी तीन ग्रमिय्रं उनको   लखीिपर प्हुंचे तो आंिोलन िें िंस   के कई लोग ज्र र्े थे तो लवपीत भी   ब्रि उसे लौटन्र थ्र। तब श्रिी की   अपने गरु नरेंद्र मगरर की सि्रमध  आईं सीएि िित्र और िो अनय
                                       हु
         रौंिकर मनकल गई। िैने अपनी आंखों   गए। गरमविर को िोन मिल्रय्र तो नंबर   उनके स्रथ चल्र गय्र। उसे रोकने की   त्ररीख तय ्ोती। नछत्तर की तिन््र थी   पर गए।    मवध्रयक ्ैं।
                                        ं
                                      हु
                                            हु
                                              ं
         के स्रिने प्रप्र को तिपते िेख्र। िैं   बंि आ र््र थ्र। गरमविर की िौत की   कोमशश भी की गई थी लेमकन, व्   मक व् बेटे क्रे विजी िें िेखे, लेमकन ये
                                                                                                                                                                                                      ं
                                             हु
         मचलल्र र््र थ्र, रो र््र थ्र। थोिी ्ी   वज् ्ेड इंजरी, नकीले ्मथय्रर के   ि्रन्र न्ीं। उसक्र शव आय्र। लवपीत   पूरी न्ीं ्ो प्रई। नछत्तर की िौत क्र   फ्रांस के चचचों में 70 स्रल में प्रदरियों   चीन के डुन्हुआंग प्रत के मिंगश्र की प््रमियों से क्ीसेंट प्रक्क तक के र्रसते िें गोबी रेमगसत्रन िें 400 ऊंटों क्र क्रमिल्र लोगों को लेकर मनकल्र, तो मसलक रूट की ऐमत््रमसक रौनक लौट गई। िौक्र थ्र चीन के र्रष्ट्ीय मिवस क्र सि्ररो्। एक अकटटूबर से
                                                                                                                                                                                                                                                   हु
                                                                                                                                                                                            हु
         िेर िें प्रप्र की स्रंसें थि गईं।  घ्रव, घसीटे ज्रने से गंभीर चोटें ्ैं।  के शरीर पर 16 चोटें प्रई गईं।  क्ररण घसीटने से आई चोटें ्ैं।                                            शरू ्हुआ ये सि्ररो् अगले स्रत मिन तक चलत्र ्ै। बिी संखय्र िें लोगों ने ऊंट की सव्ररी क्र लति उठ्रय्र। ये सभी 400 ऊंट सथ्रनीय लोगों के ्ी ्ैं। क्ीसेंट प्रक्क के िो ्ज्रर वर्ष पर्रने नखमलसत्रन को सरक्रर ने 2006 िें पनजजीमवत मकय्र। अब इसे
                                                                                                                                                                                                                                                                                                   हु
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                            हु
                ां
                                                                 ां
         िुभम: दगल देखने गय्र थ्र  हरिओम: अकेल्र कम्रने ि्रल्र  शय्रमसुदि: 2 बेशटय्रां छूटी  िमन: पत्रक्रि थे  के शिक्रि बने 3.30 ल्रख म्रसूम                                              यूनेसको की वलड्ड ्ैररटेज स्रइट िें श्रमिल मकय्र गय्र ्ै। मसलक रूट 200 ईस्र पूव्ष से सन् 1800 तक आब्रि र््र। उत्तरी चीन के गोबी रेमगसत्रन से यूरोप को जोित्र थ्र। वय्रप्ररी रेशि व भ्ररतीय िस्रलों को लेकर ज्रते थे।
                                                                       हु
                                                                                         हु
                                                                       ं
         िृतक शभि के मपत्र मवजय मिश््र क्र   आरोपी आशीर मिश््र के ड््रइवर   30 स्रल के शय्रिसिर मनर्रि की   लखीिपर खीरी िें ि्ररे गए लोगों िें   पेरिस  व्रले  आयोग  के  अधयक्ष  जय्रं-
              हु
         बर्र ््रल ्ै। उनक्र क्न्र ्ै शभि ने   ्ररओि मिश््र की ्तय्र कर िी गई।   पत्ी रूबी क्र क्न्र ्ै मक उनके पमत   एक सथ्रनीय पत्रक्रर रिन कशयप   ि्रक्क सॉवे ने क््र मक ये अनहुि्रन
          हु
                           हु
                                                                                                                ं
         बीएससी की थी। मनजी ि्रइनेंस कंपनी   ्ररओि की ब्न ि्ेशवरी व ि्रधरी   को भीि ने ्ी पीट-पीटकर ि्रर ड्रल्र।   भी थे। उनके पररव्रर िें पत्ी और िो   फ्रस के कैथोमलक चचचों िें मपछले  वैज््रमनक ररसच्ष के आध्रर पर ्ैं।
                                                      हु
                                          हु
         िें क्रि करत्र थ्र। िंगल िेखने आय्र   क्र रो-रोकर बर्र ््रल ्ै। ि्ेशवरी ने   च्रर स्रल की अंमशक्र और एक स्रल   बच् ्ैं - एक 7 स्रल की बेटी और   70 स्रल िें 3,30,000 बच् यौन  ये  अपर्रध  प्रिररयों  और  अनय
                                                                                                                               े
                                                                                       े
         थ्र। व् ्ि्रर्र स््रर्र थ्र। उसके शरीर   क््र मक उसके मपत्र ि्रनमसक रूप   की जयश्ी को छोि गए ्ैं। िंगल   3 स्रल क्र बेट्र। सथ्रनीय चैनल िें   शोरण क्र मशक्रर ्हुए ्ैं। िंगलव्रर  ध्रमि्षक वयककतयों के स्रथ उन गैर-
         िें चोटों के इतने मनश्रन थे मक बेटे क्र   से बीि्रर ्ैं। ्ररओि ्ी उनकी पूरी   िेखने के मलए बनवीरपर गए थे। इस   पत्रक्रर थे। अंमति संसक्रर 4 अकटटूबर   को ज्ररी ्हुई ररपोट्ड िें से ज्रनक्ररी  ध्रमि्षक लोगों द््रर्र मकए गए ्ैं, जो
                                                                        हु
         अमखरी ब्रर िहु् िेखे मबन्र ्ी अंमति   िेखभ्रल करत्र थ्र। घर िें मपत्र व   ब्रत से मबलकुल अनज्रन मक आज   को पैतृक ग्रंव मनघ्रसन िें मकय्र गय्र।   स्रिने आई ्ै। ये प्ली ब्रर ्ै,  चच्ष से जहुिे ्हुए थे। 80% पीमित
                 ं
         संसक्रर करन्र पि्र। व् ्ोन््रर थ्र।   िो ब्नों क्र खच्ष व्ी उठ्रत्र थ्र।   ये िंगल ्ी उनकी िो ि्रसूि बेमटयों   रिन की िौत क्र क्ररण ब्न ्िरेज   जब फ्रस के चचचों िें ्ोने व्रली  परुर थे। 3,000 यौन अपर्रमधयों
                                                                                                   े
                                                                                                                                     हु
                                                                                                                   ं
                                                                                                      ै
                                                                             हु
                                                  हु
                                                                             ं
         िो स्रल प्ले श्रिी ्हुई थी, एक स्रल   ्ररओि की िौत डंडों से बरी तर्   के सपनों को तोि िेग्र। शय्रिसिर   ्ै। उन्ें बरी तर् पीट्र गय्र। शरीर पर   नीच ्रकतों की गणन्र की गई ्ै।  ने इस िौर्रन चच्ष के स्रथ क्रि
                                                                                          हु
         की बेटी ्ै।              पीटे ज्रने की वज् से ्हुई।  भ्रजप्र के सथ्रनीय संगठन िें थे।  चोटों के कई मनश्रन थे।  2500 पन्ों की ररपोट्ड ज्ररी करने  मकय्र। इनिें से िो मत््रई प्रिरी थे।
                                                                ां
          }िोध में खुल्रस्र: ये ििीि से शनकलते नहीं, प्रचन तत्र पि असि                              अफग्रशनसत्रन में त्रशलब्रनी कबजे के 7 हफते ब्रद
                                                                                                                                    ां
                                                                                                                                                ां
         स्रिध्रन! बच्ों में ियसकों से 15 गुन्र तक अशधक                                             शनकलने लगे पय्बटक; मशहल्रए भी घूमने पहुच िहीं
         म्रइक्ोपल्रशसटक, उनहें डॉलस औि टीथस्ब चब्रने न दें
                   ां
                   लदन                                                      चूसने के मलए थि्र िेते ्ैं। घरेलू
                               म्रइक्ोपल्रससटक से सि्रस्थय पि कैसे बढ़त्र है खति्र?  ि्रइक्ो पल्रकसटक पॉमलथीन टेर्रफलेट
         छोटे बच्ों के ि्रंत मनकल र्े ्ैं,           वैज््रमनकों ि्रनते मक ि्रइक्ोपल्रकसटक   (पीईटी)  और  पॉमलक्रबबोनेट
         इनको  चब्रने  के  मलए  टीथस्ष य्र           शरीर से मनकल ज्रते ्ैं। लेमकन   (पीसी)  ्ोत्र  ्ै।  अिेररक्र  िें  ्र
         मिर  पल्रकसटक  की  डॉलस  िे  िो।            अब शोध िें स्रिने आय्र ्ै मक   10 िें से 6 बच्ों िें ि्रइक्ोपल्रकसटक
                           हु
         जी ््रं, घरों िें ब्रतें अकसर सन्रई         ये शरीर से मनकलते न्ीं ्ैं। इससे   की ि्रत्र्र अमधक प्रई गई ्ै।
         िेती ्ैं। स्रवध्रन! ऐस्र करन्र ब्हुत        शरीर िें जलन और प्रचन तंत्र भी   कैसे  समले  माइक्ोपलास्टक  से
         खतरन्रक स्रमबत ्ो सकत्र ्ै। एक              गिबि्रत्र ्ै। लैब िें ज्रनवरों पर   मुस्त: ड्क यूमनवमस्षटी के शोध
                                                                                   ू
         शोध ि स्रिने आय्र ्ै मक बच्ों के            मकए पयोगों से पत्र चल्र मक कुछ   के  अनस्रर  ि्रइक्ोपल्रकसटक  के
             ें
                                                                                 हु
                       हु
         शरीर िें वयसकों से 15 गन्र अमधक             ि्रिलों िें क्रमशक्रओं िें संक्िण के   अंश िछमलयों िें भी प्रए गए ्ैं।
                                                             े
         ि्रइक्ोपल्रकसटक  प्रए  ज्रते  ्ैं।          क्ररण िृतयहु भी ्ो ज्रती ्ै।   ये िछमलयों पर बर्र असर ड्रलते
                                                                                       हु
         ि्रइक्ोपल्रकसटक वो छोटे पल्रकसटक                                   ्ैं।  ि्रइक्ोपल्रकसटक  क्र  उतप्रिन
         कण  ्ोते  ्ैं,  मजनकी  िोट्रई  प्रंच  ्ैं। कुछ कण तो इतने छोटे ्ैं मक  ड्रलने की आित ्ोती ्ै। स्रथ ्ी  कि करने ज्रने से ्ी इससे मनज्रत   ब्रशमय्रन | अिग्रमनसत्रन िें त्रमलब्रनी कबजे के 7 ्फते ब्रि सथ्रनीय पय्षटक पय्षटन
                                                                                                                                ं
              े
                                                                                                                    हु
         एिएि स कि ्ोती ्ै। ये कण घरेलू  वे मिख्रई भी न्ीं िेते ्ैं। बच्ों के  अमभभ्रवक भी बच्ों को पल्रकसटक  मिल सकती ्ै। मसंथेमटक ि्रइबर के   सथलों पर प्हुंचने लगे ्ैं। गरुव्रर को ब्रमिय्रन प्रत िें नीले प्रनी की झील पर सथ्रनीय
         मसनथेमटक क्ररपेट और य््रं तक मक  शरीर िें ये जय्रि्र प्रए ज्रते ् कयोंमक  की चीजें खेलने के मलए िेते ्ैं। और  इसतेि्रल  और  इसके  खरीि  िें  भी   पय्षटक प्हुंचे। इनिें िम्ल्रएं भी थीं। ररपोरस्ष िें ि्रव्र मकय्र गय्र मक त्रमलब्रन ने कि्रई
                                               ैं
         मसनथेमटक  कपिों  से  भी  मनकलते  बच्ों िें अकसर चीजों को िहु् िें  त्रे  और  पल्रकसटक  की  मनपपल  भी  किी ल्रई ज्रनी च्रम्ए।  बढ़्रने व पय्षटकों को आकमर्षत करने के मलए ईर्रन से बोरस िंग्रई ्ैं।
                                                 ं
                          रे
                                              रे
                                                                          रे
          जज का अपन मनर्णय और आदश के                   ब्रेन डेड दोस्तों स जवान समरे्त 13 को ममली नई मजंदगी             75 ्ड़ाकू दिमानों के साथ िायुसेना का
                   रे
                                                 रे
          जररए बोलना चामिए: सुप्ीम कार्ट                             सूरत              को तब हादसे का षशकार हो गए, जब वे पाटटी कर   ए्लीफेंट िॉक; इसमें रफा् भली शादम् हुए
                                                                                       लौट रहे थे। उस षदन मीत का जनमषदन था और उसने
                                                                      े
         नई दिल्ली। सुप्रीम  काेट्ट  ने  हाईकाेट्ट  जवाबदेही का महतव िो जाता है।   सूरत में सड़क हादसे में ब्न डेड घोषित होने के बाद  षरिश को बुलाया था। दोनों बाइक से लौट रहे थे, तब
         अाैर  अनय  अदालताें  के  जजाें  के  यह  एक  ितरनाक  षमसाल  कायम   18 साल के दो दोसत षरिश गांधी और मीत पंड्ा  तेज रफतार कार ने उनहें अपनी चपेट में ले षलया था।
         षलए  महतवपूर्ण  षटपपरी  की  है।  करेगा  और  असवीकाय्ण  है।  बेंच  ने   के पररजनों ने बेटे के अंगदान की अनुमषत देकर 13   गुजरात से अब तक 45 दिल प्रत्ारोदित
         सुप्रीम काेट्ट ने मंगलवार काे कहा षक  कहा षक षलषित अादेश बाधयकारी   लोगों को जीवनदान षदया। जीवनदान पाने वालों में
         जजाें को अपने षनर्णयों और आदेशों  हाेता है अाैर उसे संबंषधत पक् द्ारा   हैदराबाद के सीआरपीएफ का एक जवान भी शाषमल  गुजरात से अंगदान के रूप में अब तक 45 लोगों का
         के माधयम से बोलना चाषहए। उनहें  लागू करना जरूरी है। बेंच ने गुजरात   है, जो षपछले डेढ़ साल से ऑकसीजन सपोट्ट पर  षदल टांसपलांट षकया जा चुका है। सूरत की संसथा  नई दिल्ली|भारतीय वायुसेना ने देश की आजादी के 75
         मौषिक  षनददेश  जारी  नहीं  करने  हाईकाेट्ट के एक फैसले के षिलाफ   है। उसे रोजाना 15 लीटर ऑकसीजन की जरूरत  डोनेट लाइफ ने ही 35 षदल प्रतयारोषपत करवाए हैं।  साल पूरे होने के उपलक्य में हाल ही में 75 लड़ाकू
         चाषहए, कयोंषक यह नयाषयक ररकॉड्ट  दाषिल  याषचका  पर  सुनवाई  करते   पड़ती थी।   इसमें से 22 मुंबई, 4 चेन्नई, 1-1 इंदौर षदलली में  षवमानों के साथ एलीफेंट वॉक की। इसमें रफाल फाइटर
         का षहससा नहीं है। इससे बचा जाना  हुए यह षटपपरी की। धोिाधड़ी के     926 षकमी का ग्ीन कॉररडोर बनाकर 180 षमनट में  प्रतयारोषपत षकए गए हैं। इसके अलावा गुजरात से 10  जेट  और  जगुआर  भी  शाषमल  हुए।  एषलफेंट  वॉक
         चाषहए।  जससटस  डीवाई  चंद्रचूड़  मामले  में  हाईकाेट्ट  ने  एक  आरोपी   उसे षरिश गांधी का लंगस टांसपलांट षकया गया। मीत  जोड़ी फेफड़े डोनेट षकए गए हैं षजनमें इस संसथा ने  शबदावली  को  अमेररकी  वायुसेना  ने  ईजाद  षकया  है।
         अाैर एमअार शाह की बेंच ने कहा  को षगरफतार नहीं करने का मौषिक   का षदल वडोदरा की एक युवती को षदया गया। 12वीं  9 प्रतयारोषपत करवाए हैं। इसके अलावा शरीर के कई  इसका इसतेमाल सैनय षवमानों के टेकऑफ से ठीक पहले
         षक  माैषिक  षनददेश  से  नयाषयक  षनददेश जारी षकया था।  कक्ा में पढ़ने वाले दोसत षरिश और मीत 24 अगसत  महतवपूर्ण अंग भी डोनेट षकए जा चुके हैं।    जमीन पर एक कतार में चलने पर षकया जाता है।
   7   8   9   10   11   12   13   14   15   16   17