पपलप्रीत Papalpreet Singh को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया:मीडिया से बोला- पुलिस ने जो कहा, सच है
Amritpal अमृतपाल के वकील की पिटीशन पर HC में सुनवाई
Chandigarh
वारिस पंजाब दे के मुखी अमृतपाल सिंह के सबसे करीबी साथी पपलप्रीत सिंह को मंगलवार सुबह 5.45 बजे असाम भेज दिया गया। वहां उसे अमृतपाल सिंह के 8 अन्य साथियों के साथ डिब्रूगढ़ जेल में रखा जाएगा। पंजाब पुलिस ने पपलप्रीत पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज किया है।
अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह 4.50 बजे पुलिस पपलप्रीत को लेकर पहुंची। सुबह 5.45 बजे उसकी फ्लाइट असम के लिए रवाना हो गई। इस दाैरान मीडिया के सवालों पर पपलप्रीत सिंह ने कहा कि मैं चड़दीकला में हूं। जो पुलिस ने कहा सच है। कल ही गिरफ्तारी हुई है।
अमृतपाल सिंह का करीबी साथी व राजदार पपलप्रीत को सोमवार को पुलिस ने पकड़ा। उसे अमृतसर के कत्थूनंगल से पकड़ा गया। वह सरेंडर करने की तैयारी में था।
वहीं, दूसरी तरफ पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में वारिस पंजाब दे के लीगल एडवाइजर बठिंडा के एडवोकेट इमान सिंह खारा की तरफ से डाली गई हैबियस कॉपर्स मामले की आज हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। वकील ने अमृतपाल के कस्टडी में होने और NSA लगाने का विरोध किया है।
पिछली सुनवाई में पड़ी थी पुलिस को फटकार
पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने अमृतपाल सिंह के मुद्दे पर सरकार व पुलिस को फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने पुलिस से पूछा कि अमृतपाल देश के लिए खतरा है तो उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। 80 हजार पुलिस वालों के घेरे से वह कैसे भाग निकला। हाईकोर्ट ने इसे पुलिस का इंटेलिजेंस फेलियर करार दिया था।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम में अभी तक अमृतपाल सिंह की दो वीडियो और एक ऑडियो भी सामने आ चुकी है।
अमृतपाल के साथियों को लेकर एडवोकेट खारा को लग चुकी फटकार
NSA लगने के बाद डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह के साथियों को अवैध हिरासत में रखने के खिलाफ हाईकोर्ट में दाखिल हैबियस कॉपर्स मामले की सुनवाई भी आज होने जा रही है। बीते दिनों हुई सुनवाई में हाई कोर्ट ने एडवोकेट खारा को फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि अमृतपाल के साथी प्रधानमंत्री बाजेके पर NSA लगा हुआ है। वह असम की जेल में है। यह भी आपको पता है, फिर किस आधार पर यह हैबियस-कॉर्पस दाखिल की गई कि उसे पेश किया जाए।
किस आधार पर असम जेल के लेडी सुपरिंटेंडेंट को इसमें बाई नेम पार्टी बनाया गया है?। क्या वकील को बेसिक कानून की भी जानकारी नहीं है। वकील ने बचाव में कहा कि वह डिब्रूगढ़ जेल में बंद है और उससे मिलना चाहते हैं। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि वह किसी दूसरे मजिस्ट्रेट के पास गए। असम हाईकोर्ट क्यों नहीं गए?। हाईकोर्ट ने स्पष्ट कहा कि उनकी पटीशन का ग्राउंड ठीक नहीं है। अब इस मामले की भी अमृतपाल मामले के साथ 11 अप्रैल को फिर सुनवाई होगी।
मां-पत्नी ने कहा- पपलप्रीत बेगुनाह
पपलप्रीत सिंह की गिरफ्तारी की सूचना के बाद मां व पत्नी मीडिया के सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि 23 फरवरी, जब अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ, पपलप्रीत साथ नहीं था। इसके सबूत उनके पास हैं। 18 मार्च से वह घर नहीं आया है। सोमवार उन्हें सूचना मिली कि पपलप्रीत सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मां का कहना है कि पपलप्रीत सिंह व अमृतपाल सिंह दोनों ही गलत नहीं हैं। उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। जबकि पत्नी का कहना कि पपलप्रीत सिंह पर NSA लगाना गलत है, पंजाब सरकार कोई बेइंसाफी न करे।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के वकीलों की टीम डिब्रूगढ़ पहुंची। यहां वह अमृतपाल सिंह के 8 साथियों से मुलाकात की। SGPC पहले ही घोषणा कर चुकी है कि बीते दिनों अमृतपाल घटनाक्रम में जितने भी सिख युवकों को गिरफ्तार किया गया, उनके केस वे लड़ेंगे।
SGPC की तरफ से मैंबर एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका की अगुआई में यह टीम डिब्रूगढ़ पहुंची। एडवोकेट सियालका के साथ पहुंचे दीप सिद्धू के भाई एडवोकेट मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि सभी 8 हवालातियों से जेल में अच्छे वातावरण में बातचीत हुई। इस दौरान उन्होंने सभी हवालातियों पर लगाए गए NSA से जुड़े संबंधित दस्तावेज लिए, ताकि कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सके। वहीं सभी हवालातियों से डिटेल में बातचीत भी की।