Friday, March 29, 2024
Follow us on
BREAKING NEWS
Khalistan Referendum: पांच डॉलर वाला कनाडा का जनमत संग्रह? Canada immigrationकनाडा अब फैमिली वीजा प्रोसेसिंग में तेजी लाएगाCanada students कनाडा में भारतीय छात्राओं को वेश्यावृत्ति में फंसा रहे दलालAmritpal singh: खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल गिरफ्तार23 मिनट पहलेBathinda Military Station : बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग करने वाला आरोपी जवान गिरफ्तार, पूछताछ जारीपपलप्रीत Papalpreet Singh को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया:मीडिया से बोला- पुलिस ने जो कहा, सच हैनेपाल बॉर्डर पर अमृतपाल वांटेड के पोस्टर, प्राइवेट आर्मी की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान से मंगवाई AK-47Attack on Hindu Temples: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को क्यों बनाया जा रहा निशाना, इसके पीछे किसका हाथ?
Canada

जाने वाली है बच्चों की आंखों की रोेशनी, इसलिए उन्हें दुनिया घुमा रहे माता-पिता

Hindi Express news | September 16, 2022 06:39 AM

 जाने वाली है बच्चों की आंखों की रोेशनी, इसलिए उन्हें दुनिया घुमा रहे माता-पिता

टोरंटो

कैनेडा में रहने वाली एक दंपति अपने चार बच्चों के साथ वर्ल्ड टूर करने के लिए निकली है। पढ़ने में यह भले ही अच्छा लग रहा है, लेकिन दंपति शौक से नहीं बल्कि मजबूरी के कारण वर्ल्ड टूर पर निकली है।

दरअसल, दंपति के चार बच्चों में से तीन को रेटिनाइटिल पिगमेंटोसा नाम की एक बीमारी है। इसके कारण उनकी आंखों की रोशनी कभी भी जा सकती है, इसलिए माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे पूरी दुनिया देख लें।

कैनेडा के सेबेस्टीन पैलेटियर और इदिथ लेमे की पहली बेटी मिया सिर्फ तीन साल की थी जब उसे देखने में परेशानी होने लगी, जिसके बाद माता-पिता ने मिया को आंखों के विशेषज्ञ को दिखाया। डॉक्टर ने बताया कि मिया को रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा बीमारी है, जिसकी वजह से मिया ज्यादा समय तक देख नहीं पाएंगी।

इसके बाद मिया के दो भाइयों कोलिन (7) और लॉरेन (5) में भी मिया जैसे कम दिखने के लक्षण महसूस होने लगे।

टेस्ट कराने पर दोनों भाइयों को भी निकली मिया वाली बीमारी

दंपति ने जब 2019 में दोनों भाइयों का चेकअप कराया तो उन्हें भी वही बीमारी निकली जो मिया को है। फिलहाल दंपति के चौथे बेटे लियो में इस बीमारी का कोई लक्षण नहीं है।

बच्चों की मां इदिथ ने कहा, "इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है और ये भी नहीं मालूम कि ये बीमारी कब तक अपने चरम पर होगी। कहते हैं कि बच्चों की आधी जिंदगी गुजरने के बाद आंखों की रोशनी पूरी तरह चली जाएगी।" इदिथ ने बताया कि उनकी बेटी के डॉक्टर ने आंखों की रोशनी जाने से पहले बच्चों की विजुअल मेमोरीज बढ़ाने की सलाह दी थी।

इदिथ ने कहा, "किसी किताब से हाथी की तस्वीर को बताने से अच्छा है कि मैं बच्चों को असली हाथी दिखाऊं ताकि वो उनकी मेमोरी में बना रहे। नई जगह जाने से बच्चों को अलग-अलग कल्चर के बारे में भी जानकारी होगी। इस वजह से हमने वर्ल्ड टूर करने का फैसला लिया।" सेबेस्टीन फाइनेंस कंपनी में और इदिथ हेल्थकेयर में काम करती हैं। उनके पास इतना पैसा नहीं था कि वो वर्ल्ड टूर कर पाएं, इसलिए उन्होंने सेविंग करना शुरू किया।

इसी दौरान सेबेस्टीन की कंपनी को बड़ी कंपनी ने खरीद लिया। इससे उनके शेयर के बदले उन्हें काफी पैसा मिल गया, जिससे उन्होंने टूर प्लान किया। टूर की शुरुआत मार्च, 2022 में नामीबिया से हुई जहां बच्चों ने जानवरों को नजदीक से देखा। इसके बाद वे तुर्की, मंगोलिया और इंडोनेशिया गए।

अगले साल टूर से वापस लौट सकता है परिवार

घूमने से इंसान एंजॉय करने के साथ-साथ बहुत कुछ सीखता भी है, इसलिए इदिथ बच्चों को कुछ अलग दिखाने और सिखाने की कोशिश करती रहती हैं ताकि बच्चे अपनी जिंदगी में कभी भी मलाल न करें।

परिवार अगले साल 2023 के मार्च में वापस घर लौट सकता है। हालांकि, अभी तक उन्होंने इसके बारे में कुछ सोचा नहीं है। परिवार का कहना है कि अभी वो जो कर रहे हैं, उसी को जीना चाहते हैं।

रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा (RP) में रेटिना की कोशिकाएं धीरे-धीरे टूटने लगती हैं, जिसके कारण आंखों की रोशनी कम होती जाती है। इस बीमारी के लक्षण आमतौर पर बचपन में ही शुरू होते हैं और ज्यादातर लोग इस बीमारी के कारण अंधेपन का शिकार हो जाते हैं।

 
Have something to say? Post your comment
 
More Canada News
Khalistan Referendum: पांच डॉलर वाला कनाडा का जनमत संग्रह?
Canada immigrationकनाडा अब फैमिली वीजा प्रोसेसिंग में तेजी लाएगा
Amritpal singh: खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल गिरफ्तार23 मिनट पहले
पपलप्रीत Papalpreet Singh को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया:मीडिया से बोला- पुलिस ने जो कहा, सच है
कश्मीर Kashmir में टारगेट किलिंग-कश्मीरी पंडित को गोली मारी:बैंक में सिक्योरिटी गार्ड था Attack on Hindu Temples: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को क्यों बनाया जा रहा निशाना, इसके पीछे किसका हाथ?
Canada: कनाडा में युकोन क्षेत्र के 10वें प्रमुख बनेंगे भारतीय मूल के रंज पिल्लई, 14 जनवरी को लेंगे शपथ
कनाडा में पार्ट टाइम जॉब करने वाले भारतीयों पर हमले:डेढ़ महीने में तीन हत्याएं, देर रात बाहर रहने से हिंसा का जोखिम बढ़ा अब दो सालों तक देश में संपत्ति नहीं खरीद पाएंगे विदेशी, कनाडा के राष्ट्रपति ने लिया बड़ा फैसला कनाडा में पढ़ रहे बच्चों के Parents दहशत में