कैनेडियन संसद पर प्रदर्शन करने गए दो सिख आतंकी समझ कर पकड़े गए
ओटावा
कैनेडियन संसद पर आतंकी पहुंचने की सूचना पाने के बाद पुलिस ने वहां प्रदर्शन कर रहे दो सिखों को हिरासत में ले लिया और उनसे घंटों पूछताछ की। बाद में सामने आया कि वे आप्रेशन ब्लू स्टार के विरोध में प्रदर्शन करने आए थे और किसी ने उनको आतंकी समझ कर पुलिस को फोन कर दिया। इस प्रदर्शन का आयोजन कैनेडा में खालिस्तान समर्थक हरप्रीत हंसरा ने किया था और पुलिस ने जिस समय कार्रवाई की, उस समय वहां पर कुछ ही लोग जुटे थे। कैनेडियन सुरक्षा एजेंसियों ने मामले को इतनी गंभीरता से लिया कि अमेरिका गए प्रधानमंत्री जस्टिन टरूडो तक को घटनाक्रम के बारे में सूचित किया गया
यूनाइटेड फ्रंट ऑफ सिख्य कैनेडा के डायरेक्टर और प्रदर्शन के आयोजक हरप्रीत हंसरा ने बताया कि वे साल 2017 से हर साल यहां पर प्रदर्शन करते आ रहे हैं। बीते शनिवार को जैसे ही वे पार्लियामेंट हिल पहुंचे तो उनको सुरक्षा कर्मियों ने वहां से कहीं और जाने के लिए कहा। उसके बाद वे पास ही मौजूद सुप्रीम कोर्ट ऑफ कैनेडा की बिल्डिंग के बाहर चले गए। वहीं पर पुलिस को आतंकी एकत्र होने की सूचना मिली और पुलिस ने आयोजकों में शामिल मनवीर सिंह और परमिंदर सिंह को हिरासत में ले लिया। कई घंटों तक उनसे पूछताछ के बाद उनको छोड़ दिया गया।
बब्बर खालसा के आतंकियों के पहुंचने की खबर मिली थी पुलिस को
कैनेडियन पुलिस के अनुसार उनको कैनेडा की फैडरल सिक्योरिटी एजेंसी कैनेडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी से सूचना मिली थी कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल के कुछ आतंकी संसद पर हमला करने के लिए प्रदर्शन में शामिल हुए हैं और उनके पास बम भी है। पब्लिक सेफ्टी कैनेडा इस संगठन को आतंकी संगठन मानता है और पार्लियामेंट प्रोटेक्टिव सर्विसेज (पीपीएस) और ओटावा पुलिस सर्विस ने खतरे को गंभीर मानकर कार्रवाई की। हिरासत में लिए गए मनवीर और परमिंदर से भी उनके बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ किसी भी तरह के संबंधों को लेकर पूछताछ की गई। हंसरा ने कहा कि इन दोनों का बब्बर खालसा इंटरनेशनल से कोई संबंध नहीं है और पुलिस ने उस पर कोई केस भी दर्ज नहीं किया है। वर्ल्ड सिख आर्गेनाइजेशन ऑफ कैनेडा ने भी कैनेडियन लॉ एजेंसियों से इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।
सांसदों को लिया गया था सुरक्षा घेरे में
बीकेआई के खतरे को भांपते हुए शुरुआत में पुलिस ने दोपहर 12.55 पर कैनेडियन संसद में सुरक्षा बढ़ा दी थी और सांसदों, सीनेटर्स और स्टाफ को सुरक्षा घेरे में ले लिया था। आसपास की सभी सड़कों को भी बंद कर दिया गया था और एक गंभीर संभावित खतरा मानकर पूरी कार्रवाई की गई। कैनेडियन जांच एजेंसियों ने मामले की जानकारी प्रधानमंत्री जस्टिन टरूडो को भी दी जो कि उस समय एक कॉन्फ्रेंस के संबंध में लॉस एंजेल्स, अमेरिका में थे। पब्लिक सेफ्टी मिनिस्टर मारको मेंडिसिनो को भी मामले की जानकारी दी गई। दोपहर बाद जाकर पुलिस ने सुरक्षा प्रबंधों को सामान्य किया।