भारत ने कैनेडा के सामने कट्टरपंथ के खतरों का मुद्दा उठाया
- जयशंकर ने कैनेडा की विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की
टोरंटो
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को कैनेडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली के सामने स्वतंत्रता के दुरुपयोग और चरमपंथ के खतरों का मुद्दा उठाया। जयशंकर ने जोली के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनीतिक और आर्थिक जुड़ाव पर भी चर्चा की गई।
दोनों विदेश मंत्रियों ने हिंद-प्रशांत और यूक्रेन संघर्ष के वैश्विक प्रभाव एवं द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर भी चर्चा की।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘कैनेडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली के साथ सघन बातचीत की। हमारे राजनीतिक एवं आर्थिक संपर्कों का विस्तार करने तथा सांस्कृतिक एवं सामुदायिक संपर्कों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा, हमने स्वतंत्रता के दुरुपयोग और कट्टरपंथ के खतरों के बारे में भी विचार विमर्श किया।
मालूम हो कि भारत, कैनेडा से संचालित कुछ खालिस्तानी तत्वों और उनके भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर चिंतित रहा है। जयशंकर ने कहा, हिंद-प्रशांत और यूक्रेन संघर्ष के वैश्विक प्रभावों के बारे में विचारों का आदान प्रदान किया। राष्ट्रमंडल सहित बहुस्तरीय सहयोग को मजबूत बनाने पर सहमति व्यक्त की।
इससे पहले फरवरी में विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने राज्यसभा में कहा था कि कैनेडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों का एक छोटा समूह भारत विरोधी भावनाओं को फैला रहा है।