पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राज्य के 13 प्रमुख मुद्दों पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को निर्देश देने की मांग की। सिद्धू ने अपने 13-सूत्रीय एजेंडे को पेश करने के लिए उनसे एक व्यक्तिगत बैठक का अनुरोध भी किया है। उन्होंने पत्र में लिखा कि यह डैमेज कंट्रोल का अंतिम प्रयास हो सकता है। उन्होंने सोनिया से अनुरोध करते हुए कहा कि कृपया इन बिंदुओं पर विचार करें और राज्य सरकार को पंजाब के लोगों के हित में तुरंत कार्य करने का निर्देश दें।
सिद्धू ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि दशकों तक पंजाब देश का सबसे अमीर राज्य था। आज यह भारत का सबसे अधिक कर्जदार राज्य है। पंजाब पिछले 25 वर्षों में घोर वित्तीय कुप्रबंधन और सार्वजनिक संसाधनों के दोहन के कारण लाखों करोड़ों के कर्ज में डूबा हुआ है। कुछ ताकतवर राजनीतिज्ञों की महत्वाकांक्षा के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों से केंद्र की भाजपा सरकार ने पंजाब के साथ भेदभाव करके मुद्दों को और ज्यादा विकृत किया है।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब के लोग भाजपा-शिअद सरकार के दौरान गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं में न्याय की मांग कर रहे हैं। मादक पदार्थ के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एसआईटी की रिपोर्ट में जिक्र किए गए बड़े तस्करों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। उन्हें कठोर सजा दी जाए। उन्होंने लिखा कि पंजाब सरकार को केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को खारिज कर देना चाहिए। सरकार को यह घोषणा करनी चाहिए कि वे किसी भी कीमत पर पंजाब में लागू नहीं किए जाएंगे।
सिद्धू ने कहा कि राज्य सरकार को बिजली खरीद समझौतों और सभी गलत पीपीए को रद्द करने पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। सिद्धू ने 13 सूत्रीय एजेंडे के साथ एक पंजाब मॉडल प्रस्तुत करने के लिए सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है।
पीपीसीसी चीफ ने कहा कि उन्होंने इसे शिक्षाविदों, सिविल सोसाइटी, पार्टी कार्यकर्ताओं और पंजाब के लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर तैयार किया है। सिद्धू ने हाल ही में पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने इसे वापस ले लिया था। सिद्धू ने राहुल गांधी की सराहना करते हुए कहा कि वह पंजाब के लिए दिल से सोच रहे हैं।