Thursday, April 18, 2024
Follow us on
BREAKING NEWS
Khalistan Referendum: पांच डॉलर वाला कनाडा का जनमत संग्रह? Canada immigrationकनाडा अब फैमिली वीजा प्रोसेसिंग में तेजी लाएगाCanada students कनाडा में भारतीय छात्राओं को वेश्यावृत्ति में फंसा रहे दलालAmritpal singh: खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल गिरफ्तार23 मिनट पहलेBathinda Military Station : बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग करने वाला आरोपी जवान गिरफ्तार, पूछताछ जारीपपलप्रीत Papalpreet Singh को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया:मीडिया से बोला- पुलिस ने जो कहा, सच हैनेपाल बॉर्डर पर अमृतपाल वांटेड के पोस्टर, प्राइवेट आर्मी की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान से मंगवाई AK-47Attack on Hindu Temples: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को क्यों बनाया जा रहा निशाना, इसके पीछे किसका हाथ?
Editorial

Canada students कनाडा में भारतीय छात्राओं को वेश्यावृत्ति में फंसा रहे दलाल

Hindi News Network | May 19, 2023 04:12 AM

कनाडा में भारतीय छात्राओं को वेश्यावृत्ति में फंसा रहे दलाल

टोरंटो: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को यहां सक्रिय वेश्यालयों के दलाल अपना शिकार बना रहे हैं। इन दलालों को स्थानीय भाषा में ‘पिम्प्स’ कहा जाता है। ये यहां ग्रेटर टोरंटो एरिया (जी.टी.ए.) में शैक्षणिक परिसरों, बस स्टॉप्स, कार्यस्थलों और यहां तक कि धार्मिक स्थलों पर भी अपना शिकार ढूंढते हैं जिनमें दूसरे देशों से पढऩे के लिए आई लड़कियां होती हैं। जी.टी.ए. में भारतीय छात्राओं की सैक्स ट्रैफिकिंग तेजी से बढ़ी है। इसका दुखद पहलू यह है कि इन लड़कियों का शोषण करने वाले पिम्प्स भी इंडो-कैनेडियन समुदाय से हैं। पिछले वर्ष अगस्त में एक 18 वर्ष की भारतीय छात्रा को वेश्यावृत्ति में धकेलने के लिए 3 इंडो-कैनेडियन युवकों को गिरफ्तार किया गया था। ये लोग ‘ऑनलाइन सैक्स सेवा’ चला रहे थे।

टोरंटो में ऐसी पीड़ित छात्राओं की मदद के लिए एल्सपैथ हैवर्थ सैंटर चलाने वाली सुंदर सिंह बताती हैं कि एक दलाल को एक लड़की से वर्ष भर में औसतन 2.3 लाख डालर की कमाई होती है। भारतीय रुपए में यह रकम 2 करोड़ रुपए बनती है। इसमें से लड़की को कुछ नहीं मिलता। उसे केवल भोजन और रहने की जगह दी जाती है। असल में वह उनकी बंधक बनकर रह जाती है। वह कहती हैं कि भारतीय छात्राओं का बढ़ता शोषण हमारे लिए चिंता की बात है।

सैक्स ट्रेड में फंसने के लिए केवल एक रात काफी होती है। वेश्यालयों के दलाल जिन लड़कियों को फंसाते हैं, उनसे पहले उनके परिवार के बारे में पूरी जानकारी ले लेते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू करते हैं। लड़कियों के पास आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई चारा नहीं रहता।

हर महीने 10-12 भारतीय छात्राओं का गर्भपात

ब्रम्प्टन की रहने वाली एक बुजुर्ग इंडो-कैनेडियन महिला के अनुसार उनकी फैमिली नर्स ने उन्हें बताया कि वह हर महीने 10-12 भारतीय छात्राओं के गर्भपात कराती है। ऐसा पहले नहीं था। अब इन मामलों में तेजी आई है। यह भी माना जा रहा है कि कई लड़कियां अपने खर्चे पूरे करने के लिए जानबूझकर इस धंधे में आ रही हैं।

अधिकांश छात्राएं पंजाब से

सुंदर सिंह बताती हैं कि कनाडा में जो इंटरनैशनल विद्यार्थी आते हैं, उनमें 90 प्रतिशत छात्राएं होती हैं। इनमें भी अधिकांश पंजाब से हैं। इन लड़कियों के लिए एक बड़े पश्चिमी शहर की संस्कृति एकदम अलग होती है और ये आसानी से पिम्प्स के जाल में फंस जाती हैं।

सुंदर सिंह के अनुसार उनका एल्सपैथ हैवर्थ सैंटर इन लड़कियों को मुक्त कराने में मदद करता है। उन्हें कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे वे कनाडा में 600 डॉलर रोज की नौकरी आसानी से पा सकती हैं। उनका यह केंद्र 1992 से ही कनाडा में काम कर रहा है।

@PeelPolice

 
Have something to say? Post your comment
 
More Editorial News
बड़ी मात्रा में नकदी ले जाने वाले कारोबारी कर्मचारियों को लूटने वाले काबू
कार में मिली 25 वर्षीय व्यक्ति की लाश, ओंटारियो लेक में फैंकी थी कार
हम अफगान हिंदू सिख परिवारों को पूरी सुरक्षा देंगे: रूबी सहोता
कैनेडा के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने कोरोना बूस्टर डोज लेने का किया आह्वान
छोटे बिजनेस कारोबार में वापस आए लेकिन अभी स्थिति सामान्य नहीं
टोरंटो के 3 स्कूलों में यहूदी विरोधी गै्रफिटी मिली
बैंक ऑफ कैनेडा ने प्रमुख ब्याज दर बढ़ाई, महंगाई के अनुमान भी बदले
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की कीमत चुकाएगी रूसी शराब वोड्का, अमेरिका-कैनेडा में लगा प्रतिबंध
कैनेडा की संसद में हिंदू संस्कृति की गूंज, इस MP ने बताया 'स्वास्तिक' का मतलब
कैनेडा ने पहले स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी