कनिष्क बमकांड के आरोपी रिपुदमन मलिक की हत्या
सर्रे
साल 1985 में एयर इंडिया के कनिष्क विमान को बम से उड़ाने के मामले में आरोपी रहे रिपुदमन सिंह मलिक को वीरवार की सुबह गोली मार कर कत्ल कर दिया गया। मलिक करीब 20 सालों तक चली अदालती कार्रवाई के बाद 2005 में सुबूतों के अभाव में इस मामले में बरी हुआ था।
मलिक इस समय वैंकूवर, ब्रिटिश कोलंबिया में रहता था और एक कारोबारी के तौर पर सक्रिय था। मलिक की चंडीगढ़ में भी प्रॉपर्टी रही है। जानकारों का कहना है कि मलिक को कुछ लोगों ने शायद इसलिए निशाना बनाया है क्योंकि उन्होंने बीते दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सिखों के लिए कई बेहतर कदम उठाने के लिए उनका धन्यवाद किया था।
मलिक ने मोदी को लिखा कि ‘‘मैं आपको लंबे समय से जारी सिखों की मांगों और शिकायतों के निवारण के लिए अपने द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व सकारात्मक कदमों के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करने के लिए लिख रहा हूं, जिसमें सिखों की ब्लैक लिस्ट को खत्म करना भी शामिल है। 1984-दंगों के सैकड़ों बंद मामलों को फिर से खोलना, जिनमें से कुछ के लिए सजा और जेल की सजा दिलाने और पीडि़तों को पांच-पांच लाख दिए जाने और श्री करतारपुर साहेब कॉरिडोर का उद्घाटन के लिए आपका आभारी हूं।’’
सर्रे आरसीएमपी को वीरवार की सुबह एक स्थानीय इलाके में गोलीबारी होने की जानकारी मिली थी। मौके पर पुलिस ने मलिक को जख्मी हालत में पाया। उसे मेडिकल मदद भी दी गई लेकिन उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
पुलिस ने पास ही एक कार को जलती हुई हालत में पाया। कनाडा में इस तरह के कत्ल के मामलों में पुलिस को अक्सर पास ही जली हुई कार मिलती रही है क्योंकि कातिल अपने सभी निशान मिटाने के लिए अपने व्हीकल को आग लगा देते हैं। पुलिस कातिलों की तलाश कर रही है और एक दूसरे व्हीकल की भी, जिसमें बैठकर वे फरार हुए हैं। पुलिस आसपास से वीडियो फुटेज भी जुटा रही है।