Thursday, March 28, 2024
Follow us on
BREAKING NEWS
Khalistan Referendum: पांच डॉलर वाला कनाडा का जनमत संग्रह? Canada immigrationकनाडा अब फैमिली वीजा प्रोसेसिंग में तेजी लाएगाCanada students कनाडा में भारतीय छात्राओं को वेश्यावृत्ति में फंसा रहे दलालAmritpal singh: खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल गिरफ्तार23 मिनट पहलेBathinda Military Station : बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग करने वाला आरोपी जवान गिरफ्तार, पूछताछ जारीपपलप्रीत Papalpreet Singh को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया:मीडिया से बोला- पुलिस ने जो कहा, सच हैनेपाल बॉर्डर पर अमृतपाल वांटेड के पोस्टर, प्राइवेट आर्मी की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान से मंगवाई AK-47Attack on Hindu Temples: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को क्यों बनाया जा रहा निशाना, इसके पीछे किसका हाथ?
Canada

23 मई को मनाया जाएगा कामगाटामारू रिमेंबरेंस डे

Hindi Express news | May 13, 2022 03:30 AM

23 मई को मनाया जाएगा कामगाटामारू रिमेंबरेंस डे

ब्रैम्पटन

कामागाटामारू के हादसे को लेकर ब्रिटिश कोलंबिया, कैनेडा को माफी मांगने पर मजबूर करने वाले राज सिंह तूर की एक और मांग को मानकर कैनेडा में ऐसे 15 परिवारों को खोजा गया है, जो कि कामागाटामारू हादसे में पीड़ितों के वंशज हैं। तूर के प्रयासों से ही 2020 में 23 मई को कामागाटामारू रिमेंबरेंस डे मनाए जाने की घोषणा की गई थी लेकिन कोविड के चलते दो साल इस दिन को मनाया नहीं जा सका। इस साल 23 मई को कामागाटामारू रिमेंबरेंस डे मनाए जाने की तैयारी की जा रही है।

कामागाटामारू सोसायटी काफी सालों से ब्रिटिश कोलंबिया में इस घटना को लेकर कई तरह के प्रयास कर रही है।

सोसायटी से जुड़े राज सिंह तूर लगातार इस घटना को लेकर सरकार से अधिक जानकारी मांग रहे थे। वे सोसायटी के प्रवक्ता भी हैं और उनका कहना है कि 23 मई का दिन कामागाटामारू के पीड़ितों के साथ ही बीसी में अन्य साउथ एशियनों और अन्य नस्लीय समूहों के साथ हुई असमानता का भी प्रतीक है।

तूर के दादा पूरन सिंह जनेतपुर, पढ़ाई के लिए कैनेडा आ रहे थे और वे उस कामागाटामारू शिप पर सवार थे, जो कि 23 मई, 1914 को वैंकूवर हार्बर पर पहुंचा था। शिप में 376 सिख, मुस्लिम और हिंदू यात्री थे जो कि भारत से कैनेडा गए थे। ब्रिटिश सरकार के इशारे पर इन यात्रियों को कैनेडा में उतरने नहीं दिया गया और 2 महीने तक शिप समुद्र में ही खड़ा रहा और आखिर में कोलकाता वापिस भेज दिया गया। वहां पर ब्रिटिश पुलिस ने कई यात्रियों को अंग्रेज शासन के खिलाफ साजिश करने के लिए गिरफ्तार कर लिया। इस मौके पर भीड़ भड़क गई और गोलीबारी में 19 लोग मारे गए।

 

1968 में कैनेडा आने का मिला था मौका पर उन्होंने इंकार कर दिया

तूर का कहना है कि शिप पर यात्रियों को भूखा-प्यासा रखा गया और उनको एक फौजी शिप के साये में वापिस भेजा गया। तूर के दादा को भी पुलिस ने पकड़ कर पांच साल की सजा सुना दी। जेल से छूटने के बाद भी उनको गांव से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई। आजादी के बाद 1962 में पंजाब सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी के तौर पर सम्मानित किया। 1968 में उनके रिश्तेदारों ने उनको स्पांसर कर कैनेडा आने के लिए कहा लेकिन उन्होंने कैनेडा की कड़वी यादों के चलते कैनेडा आने से इंकार कर दिया और पंजाब में ही किसान बन कर रहे। बाद में राज तूर के प्रयासों के चलते ही 23मई, 2008 को बीसी एसेंबली में इस घटना के लिए माफी मांगी। जुलाई 2019 में सर्रे सिटी काउंसिल ने तूर की मांग पर एक स्ट्रीट का नाम भी कामागाटामारू वे कर दिया।

 
Have something to say? Post your comment
 
More Canada News
Khalistan Referendum: पांच डॉलर वाला कनाडा का जनमत संग्रह?
Canada immigrationकनाडा अब फैमिली वीजा प्रोसेसिंग में तेजी लाएगा
Amritpal singh: खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल गिरफ्तार23 मिनट पहले
पपलप्रीत Papalpreet Singh को डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया:मीडिया से बोला- पुलिस ने जो कहा, सच है
कश्मीर Kashmir में टारगेट किलिंग-कश्मीरी पंडित को गोली मारी:बैंक में सिक्योरिटी गार्ड था Attack on Hindu Temples: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को क्यों बनाया जा रहा निशाना, इसके पीछे किसका हाथ?
Canada: कनाडा में युकोन क्षेत्र के 10वें प्रमुख बनेंगे भारतीय मूल के रंज पिल्लई, 14 जनवरी को लेंगे शपथ
कनाडा में पार्ट टाइम जॉब करने वाले भारतीयों पर हमले:डेढ़ महीने में तीन हत्याएं, देर रात बाहर रहने से हिंसा का जोखिम बढ़ा अब दो सालों तक देश में संपत्ति नहीं खरीद पाएंगे विदेशी, कनाडा के राष्ट्रपति ने लिया बड़ा फैसला कनाडा में पढ़ रहे बच्चों के Parents दहशत में